डोमेन्स
एचडीएल अच्छा कोलेस्ट्रॉल है। इससे शरीर को बहुत आनंद मिलता है।
क्यूएल बैड कोलेक्टर है जो सबसे बड़ा विलेन है।
उच्च कोलेस्ट्रॉल के लक्षण: प्रोफाइल प्रोफाइल या लिपो प्रोटीन प्रोफाइल की तब आवश्यकता होती है जब हृदय से संबंधित रोगों के शरीर में जन्म का अनुमान लगाया जाता है। इससे हार्ट की तंदुरुस्ती का पता चलता है। वास्तव में टेस्ट प्रोफाइट टेस्ट का मतलब है कि आपके शरीर में वसा या वसा की मात्रा कितनी मात्रा में रक्त में है। क्या वसा की मात्रा ज्यादा तो नहीं है। वसा के कई रूप शरीर में मौजूद होते हैं। इन सभी रूपों को कंपोनेंट प्रोफाइट टेस्ट कहते हैं। वसा में मुख्य रूप से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स होता है। ये वसा वसा की सेहत के लिए बहुत जरूरी है लेकिन ये खराब रूप के रक्त के लिए ब्लॉक करते हैं और इसमें सूजन बनाने का कारण बनता है। इससे हृदय की क्षमता प्रभावित होती है और हृदय से संबंधित कई बीमारियों को प्रोत्साहन मिलता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल का अटैक इसी वजह से होता है। यह बहुत ही चुपके से होता है। हालांकि शरीर में कुछ ऐसे संकेत दिखते हैं जिनके आधार पर आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल का आक्रमण ही होता है। पर यह सही से अंदाजा लगाने के लिए चेक प्रोफाइल पर जरूरी है।
प्रोफाइल टेस्ट में क्या-क्या
कुल कोलेस्ट्रॉल
एलएलसी बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL)
एचडीएल यानी गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL)
ट्राइग्लिसराइड्स
वीएल लेवल स्तर (VLDL)
डॉन-एचडीएल कोलेस्ट्रॉल
एचडीएल और कुल कोलेस्ट्रॉल के बीच का अनुपात

प्रोफाइल टेस्ट का चार्ट.
टेस्ट के क्या मायने
क्लीवलैंड क्लिनिक प्रोफाइल टेस्ट के अनुसार मुख्य रूप से टोटल कोलेस्ट्रॉल, ऑडियोएल, एचडीएल और ट्राईग्लिसराइड्स का ही महत्व है। अन्य चीजों को इन यादों के मैजरमेंट से होश में डाला जाता है।
कुल कोलेस्ट्रॉल-इसमें कुल कोलेस्ट्रॉल की गणना होती है। बाई एचडीएल+ सब्सक्राइबर+20 प्रतिशत ट्राईग्लिसराइड्स
एचडीएल यानी गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL)-यह गुड कोलेस्ट्रॉल है। इससे शरीर को बहुत आनंद मिलता है। यह रक्त की झलक में जमी हुई गंदगियों को साफ करता है। इसकी मात्रा अधिक होनी चाहिए।
एलएलसी बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL)-यही सबसे बड़ा विलेन कोलेस्ट्रॉल है। यह रक्त की अटके में लॉक या चिपचिपा पदार्थ बनाने वाला है जिससे किसी में ब्लॉकेज लगता है। हालांकि इसकी सीमित मात्रा लाभ है।
ट्राइग्लिसराइड्स -इसकी थोड़ी मात्रा जरूरी है लेकिन ज्यादा मात्रा लक्षित की दीवार को सख्त कर देती है। वाइब्स में कड़ापन लाता है.
वीएल लेवल स्तर (VLDL) -यह भी बैड कॉलेस्टल है। ये प्लैक बनता है और ट्राईग्लिसराइड्स को भी कैरी करता है।
डॉन-एचडीएल कोलेस्ट्रॉल-गुड कोलेस्ट्रॉल को हमेशा छोड़कर भी कोलॉल होते हैं उन्हें नॉन एचडीएल लेटर कहते हैं। यानी टोटल कोलेस्ट्रॉल-एचडीएल= नॉन-एचडीएल कोलेस्ट्रॉल
प्रोफाइल टेस्ट का चार्ट
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पहले प्रकाशित : 19 फरवरी, 2023, 13:57 IST