पनीर प्याज पीनट बटर आलू चिप्स सलामी 5 अमोनिया युक्त भोजन जो लिवर किडनी ब्रेन पर हानिकारक प्रभाव डालता है


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घर के फर्श की सफाई में भी मलमल का इस्तेमाल किया जाता है।
कई कॉस्मेटिक्स में भी आसमां मिला रहता है।

अमोनिया युक्त खाद्य पदार्थ: एमेल की कई चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। कई फैक्ट्रियों में अमला का इस्तेमाल उन चीज़ों को साफ़ करने के लिए किया जाता है। यहां तक ​​कि घर के फर्श की सफाई में भी अमला का इस्तेमाल किया जाता है। कई कॉस्मेटिक्स में भी आसमां मिला रहता है। इन चीजों के बारे में आमतौर पर लोगों को पता भी नहीं चलता। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कई खाद्य उत्पादों में भी अमूर्त की मौजूदगी रहती है। वैसे तो सबसे ज्यादा यही बताए गए उत्पाद मिलते हैं लेकिन कुछ लड़कियों में पहले से ही मौजूद रहती है। आमतौर पर इन खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन नुकसान पहुंचा सकता है।

हालांकि, भोजन में मिश्रित सीमित मात्रा में अमिला को हमारा लिवर और किडनी वैसे ही खत्म कर देते हैं, लेकिन जब अणुओं की मात्रा ज्यादा हो तो इससे लिवर, किडनी के साथ-साथ ब्रेन फोकसन में भी कमी आती है। एक एडल्ट इंसान 18 मिलीग्राम तक का पचा लेता है। यानी 18 मिलीग्राम तक आमोलो लिवर और किडनी शरीर से बाहर निकाल देता है। इससे ज्यादा मात्रा में अगर मोना शरीर में गए तो इसके कई घातक परिणाम सामने आ सकते हैं।

आमाशय से शरीर को नुकसान

शरीर में यदि थोड़ी मात्रा में भी आमाशय पहुंच जाए तो लिवर, किडनी, आंख, मस्तिष्क, त्वचा पर असर करने वाला होता है। स्किन में रैशेज आ जाते हैं। बहुत तेज सर्दी और खांसी होने लगती है। पुरुषों के शरीर में घुसने पर सांस लेने में तकलीफ होती है और दम फूलने लगता है। स्किन इरिटेट करने लगता है। वहीं अगर ज्यादा मात्रा में मोनालिसा शरीर में पहुंचता है तो इससे लिवर, किडनी और ब्रेन पर बुरा असर पड़ सकता है।

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किन खाद्य पदार्थों में होता है मोनोक्लोरिक

1.चीजमिश्रण बंद करें वेबसाइट के मुताबिक चीज में ज्यादा मात्रा में आमाशय पाया जाता है। चीज़ों का उपयोग दस्तावेज़, बर्गर, बताए गए खाद्य पदार्थ, सैंडविच में बड़े पैमाने पर किया जाता है। सबसे अधिक सैच्युरेटेड ब्लू चीज़ में आमाशय पाया जाता है।

2.प्याज-प्याज के बिना हम सब्जी की कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन इसमें मूल की अधिक मात्रा मौजूद होती है। 100 ग्राम प्याज़ में 0.027 ग्राम अलाउंस पाया जाता है। हालांकि प्याज में जो पाया जाता है उसका स्तर बहुत कम होता है। इसके बावजूद प्याज का जल्दी जलदी सेवन कुछ हद तक नुकसान पहुंचा सकता है।

3. पीनट्स बटर-रिपोर्ट के मुताबिक 100 ग्राम पीनट बटर में 0.049 ग्राम आम आदमी पाया जाता है। पीनट्स बटर मूंगफली के पेस्ट में बटर मिलाकर कई चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मौजूद अजनबी हो सकते हैं।

4. आलू के खाने-आलू के आहार में एकाकी उपस्थिति रहती है। हालांकि पैकबंद ज्यादातर चीजों में अणुओं की थोड़ी-बहुत मात्रा होती है। 100 ग्राम आलू में 0.024 ग्राम श्याम होता है। यानी आप आलू के ज्यादा सेवन से शरीर में आमला की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

5. उत्पाद मिलते हैं-तैयार कर मीट से जो चीजें बनाई जाती हैं उसमें आम्ल की मात्रा बहुत अधिक होती है। सैंडविच, मोटरसाइकिल और सन्दर्भ में मिलते हैं। सौ ग्रामों में 0.11 ग्राम ग्राम होता है। इसलिए इस तरह के उत्पादों का सेवन बहुत ही कम करना चाहिए।

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