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ज़हर को यूरिक एसिड प्रोटोकॉल करने में सम्बंधित माना जाता है।
एनर्जी का पानी पीने से भी सेहत को कई बड़े फायदे मिलते हैं।
अजवाइन यूरिक एसिड को कम कर सकता है: आज के जामने में बड़ी संख्या में लोग यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं। यूरिक एसिड लिवर में बनने वाला वेस्ट प्रोडक्ट होता है, जो किडनी से यूरिन के रास्ते निकल जाता है। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा सामान्य से ज्यादा हो जाती है, तब यह बॉडी के छोटे जोड़ों में जमा हो जाता है और गाउट की समस्या पैदा करता है। इससे हाथ और पैर के जोड़ों में तेज दर्द होने लगता है। तमाम युवा भी यूरिक एसिड बढ़ने की परेशानी से जूझ रहे हैं। इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। यूरिक एसिड हद से ज्यादा बढ़ जाता है, तो किडनी फेलियर की नौबत आ सकती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि यूरिक एसिड को घरेलू नुस्खों से भी काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। वेब एमडी की रिपोर्ट अजवायन के अनुसार आप गाउट की समस्या से राहत पा सकते हैं। जलन में जलनरोधी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन और दर्द को कम करने में काफी हद तक बाधा बन सकते हैं। आमतौर पर आहार-पीने की चीजों का उपयोग स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। ज्यादातर लोगों की किचन में यह मसाला आसानी से मिल जाता है। इसके इस्तेमाल से सेहत को कई बड़े फायदे मिल सकते हैं।
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गाउट से राहत प्राप्त करें
जलनिका यानी अर्थराइटिस के दर्द और सूजन को शांत करने में भी मदद कर सकता है। गाउट भी एक तरह का अर्थराइटिस है, जिसमें पैर-पैर की फिट और अंगूठों के जोड़ों में दर्द होता है। आप गँवार को राहत पाने के लिए कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। आप सभी बीजों का पेस्ट जॉइंट्स पर बना सकते हैं। ग्राह्य के बीज पानी में उससे नहींहा सकते हैं। आप एक रात में एक टम्बलर पानी में सौ-चम्मच चार ज़ीरे का रिश्ता छोड़ें और सुबह उठकर उस पानी को पी लें। ऐसा करने से आपका यूरिक एसिड स्तर कम होगा और इससे राहत मिलेगी।
कई बीमारियों से राहत मिलती है
ब्राजील के बीजों में एक छोटी मात्रा में तेल होता है, जिसे जमा तेल के रूप में जाना जाता है। इस तेल में थाइमोल होता है। यह बीजों को गंध करता है। थाइमोल का उपयोग पाचन संबंधी विभिन्न प्रकार के उपचार के लिए किया जाता है। इसमें एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरिया गुण भी होते हैं। जलन के पानी का सेवन बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए किया जाता है। यह खाने वाले लोगों के लिए भी लाभ पहुंचाता है। क्लोजर के सेवन से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है।
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पहले प्रकाशित : 22 फरवरी, 2023, 10:09 IST